Uzumaki Episode 3
अब तक इस कहानी में बहुत ही अजीबोगरीब घटनाएं हो चुकी हैं। लोग स्पाइरल (घुमाव) को देखकर पागल हो रहे हैं—कोई सांप बन जाता है, तो कोई घोंघा। अब किरी अपने भाई मित्सुओ के साथ एक लाइटहाउस में फंस गई थी, लेकिन वे वहां से जिंदा बाहर निकलने में सफल रहते हैं। इसके बाद उन्हें अस्पताल ले जाया जाता है, और किरी लगभग एक महीने से वहां भर्ती है।सुईचि उसे बताता है कि हमारे कान के अंदर ‘कोकिलिया’ नाम का एक अंग होता है, जो आवाज को पहचानने का काम करता है और इसका आकार एक स्पाइरल की तरह होता है। सुईचि की मां की हालत अब बेहतर हो रही थी, लेकिन वे अब भी स्पाइरल से बहुत डरती हैं। डॉक्टर सुझाव देता है कि उन्हें युकी को शहर के एक मानसिक अस्पताल में ट्रांसफर कर देना चाहिए। मानसिक अस्पताल का जिक्र सुनकर युकी थोड़ी घबरा जाती है।इसी समय सुईचि की नजर दीवार पर लगे एक चार्ट पर पड़ती है, जिसमें कान के अंदर एक स्पाइरल जैसा अंग दिखाया गया था। सुईचि नहीं चाहता कि उसकी मां को इस अंग के बारे में पता चले, क्योंकि वे पहले ही स्पाइरल से डर के अपने सिर के बाल और उंगलियां काट चुकी हैं। उन्हें लगता है कि अब उनके शरीर पर कोई भी स्पाइरल नहीं है। अगर उन्हें कान में मौजूद इस स्पाइरल का पता चला, तो पता नहीं वे क्या कर बैठेंगी।
तभी सुईचि को खिड़की के बाहर एक बड़ा सा मच्छरों का झुंड दिखाई देता है, जो कि स्पाइरल का आकार बना रहा था। किरी भी कहती है कि आजकल मच्छर कुछ ज्यादा ही हो गए हैं—पता नहीं क्यों। इस पर सुईचि कहता है कि यह सब “उज़ुमाकी के श्राप” की वजह से हो रहा है
।सुईचि अब गिरी को बाय बोल यहां से चला जाता है और किरी दो लोगों को कहते सुनती है कि आज सुबह 10 से भी ज्यादा प्रेग्नेंट औरतों को यहां अस्पताल में भर्ती किया गया है। वह सब हजारों मच्छरों के काटने से बीमार पड़ गई थी। एक नर्स किरी से आकर कहती है कि मेटरनिटी वार्ड भर चुका है, तो उसे अपना कमरा एक प्रेग्नेंट लेडी के साथ शेयर करना पड़ेगा। किरी देखती है कि यह प्रेग्नेंट लेडी कोई और नहीं बल्कि उसकी कजन केईको है। वह केईको को उसके बेड पर लेटाती है और उसका सामान निकालने लगती है। किरी को उसके बैग में से एक टूल जैसी चीज भी मिलती है जो काफी भारी थी। केईको कहती है कि उसे ड्रॉ में रख दो और किरी ऐसा ही करती है।
अब इस आधी रात को जब सभी सो रहे थे, तो केईको की आंख खुलती है। इधर, किरी के पिता तालाब से मिट्टी भर के ले जा रहा था जिसमें सभी मरने वालों का धुआं जाकर मिलता है। वह उसे तालाब के कीचड़ से कुछ मिट्टी के बर्तन बनाने लगता है। खैर, अगली सुबह अस्पताल में सबको पता चलता है कि तीन पेशेंट की रहस्यमय तरीके से मौत हो गई है। उन सबके शरीर पर ढेर सारे छेद के निशान थे और उनके शरीर का सारा खून सूख चुका था। शायद उनका मर्डर हुआ था, पर रात में किसी ने कुछ नहीं सुना। सभी को बस मच्छरों की आवाज आ रही थी।
किरी केईको को बताती है कि आज रात यहां तीन लोगों का मर्डर हो गया है। कितनी अजीब बात है, पर केईको को इस बात से फर्क नहीं पड़ता। बल्कि वह अपने बच्चों की बात करने लगती है जो कि उसके पेट में ही हिलने लगा था। तभी सुईचि यहां आ जाता है। वह अपने साथ एक मॉस्किटो स्प्रे लाया था। जैसे ही वह एक मच्छर को उड़ते देखता है, वह उसे पर स्प्रे छिड़क देता है जिससे मच्छर तो मर जाता है लेकिन केईको की हालत खराब होने लगती है और वह जोर-जोर से खांसने लगती है।
सुईचि मरे हुए मच्छर को उठाते हुए किरी से कहता है, “क्या तुम जानती हो, सिर्फ मादा मच्छर ही खून पीती हैं, जिनके पेट में अंडे होते हैं। वे खून पीकर अपने अंडों का पालन-पोषण करती हैं।” तभी एक नर्स यहां आकर सुईचि को कमरे से बाहर निकाल देती है, और किरी भी खिड़की खोल देती है, जिससे केइको की हालत थोड़ी ठीक हो जाती है।
सोते समय किरी, केइको से कहती है, “ध्यान रखना, कोई मच्छर तुम्हें काट ना ले।” इस पर केइको बोलती है, “इसमें कोई दिक्कत नहीं है। मुझे मच्छर पसंद हैं… बहुत ज्यादा पसंद हैं।” इतना कहकर केइको सो जाती है।
अब आधी रात को मच्छरों के भिनभिनाने की आवाज़ से किरी की नींद खुलती है। वह कमरे के बाहर जाकर देखती है, जहां से लाखों मच्छरों जैसी आवाजें आ रही थीं। लेकिन ये कोई मच्छर नहीं थे, बल्कि ढेर सारी प्रेग्नेंट औरतों का झुंड था। इन सभी के हाथों में एक-एक ड्रिल मशीन थी, और वे जॉम्बीज़ की तरह चल रही थीं। इनमें से एक औरत एक पेशेंट के पास जाकर उसके गले में ड्रिल से छेद करती है और फिर उसका सारा खून पीने लगती है।
किरी यह देखकर चौंक जाती है, और तभी वह औरत उसे देख लेती है। अब वह औरत किरी का पीछा करने लगती है। बैसाखी के कारण किरी दौड़ नहीं पाती थी। वह औरत उसे मारने ही वाली थी कि तभी आवाज़ सुनकर एक और पेशेंट बाहर आ जाता है, और फिर वह औरतें उसे घेर लेती हैं। उनमें से एक औरत हवा में स्पाइरल का आकार बनाती है, जिससे वह आदमी बेहोश हो जाता है। फिर सभी औरतें उसके शरीर में छेद कर उसका खून पीने लगती हैं। एक नर्स जब यह देखती है तो वे औरतें उसे भी मार डालती हैं।
आज के लिए इन औरतों ने काफी सारा खून पी लिया था, तो वे वापस अपने कमरे में जाने लगती हैं। लेकिन किरी को उनका सीक्रेट पता चल गया था, इसलिए वे उसे खत्म करने के लिए उसके पीछे पड़ जाती हैं। किरी वापस अपने कमरे में आकर गेट बंद करने की कोशिश करती है और केइको को मदद के लिए बुलाती है लेकिन केइको तो खुद इन सब औरतों के प्रभाव में आ चुकी थी।
केइको अलमारी से अपनी ड्रिल निकाल लेती है, जो किरी ने उसके बैग में देखी थी। केइको, किरी से कहती है, “मुझे अपना सारा खून दे दो।” यह सब औरतें भी अब किरी को घेर लेती हैं। अचानक ही किरी के हाथ वह मॉस्किटो स्प्रे लग जाता है, जो सुईचि यहां लेकर आया था। किरी उन सभी औरतों पर स्प्रे मार देती है, और वे मच्छरों की तरह डर कर यहां से भाग जाती हैं।
इधर युकी अपने कमरे में सो रही थी, और उसके कान में एक कीड़ा घुसने की कोशिश करता है। युकी उसे दूर फेंक देती है, लेकिन फिर वह कीड़ा घूमकर स्पाइरल का आकार ले लेता है, जिसमें युकी को अपना मरा हुआ पति दिखाई देने लगता है। वह युकी से कह रहा था, “मेरी जान, मेरी तरह स्पाइरल बन जाओ। मैं तुम्हारे कान के अंदर जो स्पाइरल है, उसमें घुसना चाहता हूँ और वहीं पर सोना चाहता हूँ।” यह सुनकर युकी चिल्लाने लगती है।
अगली सुबह तक सभी प्रेग्नेंट औरतें नॉर्मल हो गई थीं, और उनके कपड़ों से खून के निशान भी गायब हो गए थे। किरी डॉक्टर को बताती है कि उसने रात में देखा था कि ये प्रेग्नेंट औरतें लोगों का खून पी रही थीं, लेकिन कोई उसका यकीन नहीं करता। सभी को लगता है कि किरी ने कोई बुरा सपना देखा होगा और वह लोग मच्छरों के काटने से मरे हैं, क्योंकि उनके शरीर पर ड्रिल के निशान भी गायब थे। कोई भी किरी की बात नहीं मानता कि इन औरतों ने अपने बच्चों के लिए खून पिया है, और ये खून पीने वाले बच्चे कुछ दिनों में पैदा होने वाले थे।
इधर, युकी सुईचि को बताती है कि उसके कान के अंदर एक स्पाइरल है, ऐसा उसके पिता ने बताया था। सुईचि उससे कहता है कि उसके पिता मर चुके हैं और उसने यह सब कोई सपना देखा होगा। लेकिन युकी जिद करती है कि वह अपनी आंखों से चार्ट देखेगी। वह डॉक्टर के ऑफिस में जाती है, लेकिन डॉक्टर ने वह चार्ट हटा दिया था। डॉक्टर युकी से कहता है कि वह चार्ट बहुत पुराना हो गया था, इसलिए हमने उसे हटा दिया है।
युकी डॉक्टर से कहती है, “मुझे सच-सच बताओ, क्या मेरे कान के अंदर एक स्पाइरल है?” डॉक्टर उससे झूठ बोलता है, “नहीं, तुम्हारे शरीर में अब कोई स्पाइरल नहीं है।” नर्स अब युकी को वापस उसके कमरे में ले जाती है और उसे एक बोतल चढ़ा देती है। युकी को उस बोतल के अंदर एक स्पाइरल नजर आने लगता है, और उसे साईतो की आवाजें सुनाई देने लगती हैं, जो कह रही थीं, “यह स्पाइरल तुम्हारे कान के अंदर है।” युकी अपने हाथ से सुई निकालकर बोतल को गिरा देती है।
लेकिन वह सुई भी एक स्पाइरल साईंतो की आवाज युकी को बार-बार सुनाई दे रही थी, और उसे लगने लगा कि वह आवाज उसके कान के अंदर घुस चुकी है। घबराकर, युकी ड्रॉर से एक कैंची निकालती है और उसे अपने कान के अंदर घुसा लेती है। इधर डॉक्टर और सुईचि बात कर रहे थे कि अच्छा हुआ उन्होंने वह चार्ट पहले ही निकाल दिया था, और अब युकी को किसी स्पेशलिस्ट की जरूरत है। तभी उन्हें युकी के चिल्लाने की आवाज आती है। उसके कान पर पट्टी बांध दी जाती है,
लेकिन युकी अब भी स्पाइरल से डरी हुई थी। डरते हुए ही युकी की मौत हो जाती है, और उसकी बॉडी को जलाने पर भी आसमान में स्पाइरल का आकार बनता है।
इधर किरी के फादर को अपनी भट्टी के अंदर स्पाइरल्स नजर आने लगते हैं। कुछ दिनों बाद सभी प्रेग्नेंट औरतें बच्चों को जन्म देती हैं, जो फिलहाल तो नॉर्मल ही लग रहे थे। किरी जब खाना खा रही थी, तो उसमें मशरूम भी थे जिनका स्वाद उसे बहुत ही खराब लग रहा था। वह सुईचि को बताती है कि इन मशरूम से खून की बदबू आ रही है, जैसे कि यह मांस हो। सुईचि मशरूम में बने स्पाइरल्स देखकर डर जाता है, लेकिन वहीं अस्पताल में बाकी लोग इन मशरूम के दीवाने हो गए थे; उन्हें यह बहुत ही स्वादिष्ट लग रहे थे। डॉक्टर ने कहा कि ये मशरूम सेहत के लिए अच्छे हैं, और लोग जितने चाहें खा सकते हैं।
सुईचि और किरी जब बच्चों वाले रूम में पहुंचते हैं, तो देखते हैं कि ये बच्चे बिल्कुल बड़ों की तरह आपस में बातें कर रहे हैं और उनके हावभाव भी वैसे ही हैं। ये बच्चे कहते हैं, “मुझे अब और इंतजार नहीं होता, मुझे वापस उसी गर्म जगह में जाना है।” ये बच्चे अपनी मां के पेट में वापस जाने की बात कर रहे थे। एक बच्चा पूछता है, “क्या यह मुमकिन है?” जिस पर दूसरा बच्चा जवाब देता है, “बिल्कुल। डॉक्टर ने हमें बाहर निकाला है, वह हमें वापस अंदर भी डाल सकता है। वह इस समय माकीयो को अंदर डाल रहा होगा। काश अगला नंबर मेरा हो।” इसके बाद एक बच्चे का पेट फूलने लगता है
उसमें से एक बड़ा सा मशरूम बाहर निकलता है। किरी और सुईचि यह देखकर हैरान रह जाते हैं। तभी उन्हें डिलीवरी रूम से केइको की आवाज आती है। जब वे अंदर जाते हैं, तो उन्हें वहां ढेर सारे मशरूम पड़े मिलते हैं। तभी डॉक्टर ऑपरेशन रूम से बाहर निकलता है। सुईचि उससे पूछता है, “केइको कहां है?” डॉक्टर जवाब देता है, “बच्चों की क्यूटनेस ही उनका हथियार होती है। उनकी नाल को कितनी बार काटा गया है, लेकिन वह फिर से उनके पेट में उग जाती है। इसका मतलब है कि ये बच्चे वापस अपनी मां के पेट में जाना चाहते हैं।”
किरी समझ जाती है कि मशरूम पर बने स्पाइरल ने डॉक्टर को भी पागल बना दिया है। डॉक्टर आगे कहता है, “वह मशरूम ही बच्चों की नाल है, जो काटने के बाद अपने आप फिर से उग रही है।” फिर डॉक्टर एक मशरूम उठाकर खाने लगता है, क्योंकि उसे वह सेहत के लिए अच्छा मानता है। और यही मशरूम आज सबके खाने में डाले गए थे, इसलिए किरी को उसमें मांस की बदबू आ रही थी। सुईचि अब ऑपरेशन रूम का दरवाजा खोलकर देखता है, जहां डॉक्टर ने केइको के बच्चे को वापस उसके पेट में डालकर ऊपर से टांके मार दिए थे।
अब बच्चे का पेट भरने के लिए केइको खून पीना चाहती है, तो डॉक्टर किरी को पकड़कर उसे केइको के पास ले जाने लगता है। केइको अपनी सुई जैसी जीभ बाहर निकलती है
लेकिन किरी के हटने से वह जीभ डॉक्टर से जा लगती है, और केइको डॉक्टर का सारा खून चूस लेती है। सुईचि किरी को लेकर वहां से बाहर निकलता है, और दो पेशेंट्स उस कमरे में पड़े मशरूम देखकर उन्हें खाने लगते हैं। इसके बाद, केइको खून पीने के लिए उन दोनों पर भी टूट पड़ती है। इसके आगे क्या हुआ, यह किसी को नहीं पता।
अब किरी को अस्पताल से छुट्टी मिल जाती है। किरी के वापस घर आने की खुशी में उसकी फैमिली एक वेलकम पार्टी रखती है, जिसमें वे सुईचि को भी बुलाते हैं। सुईचि किरी से कहता है कि उसका घर ड्रैगनफ्लाई तालाब के पास है, जो मरे हुए लोगों के स्पाइरल्स से दूषित हो गया है। शाम को सभी लोग डिनर करने बैठते हैं, और सुईचि तो खाने पर टूट पड़ता है क्योंकि उसके दोनों मां-बाप अब नहीं रहे, और उसे अब ठीक से खाने को भी नहीं मिलता। किरी के पेरेंट्स सुईचि से कहते हैं कि वह जब चाहे उनके घर आ सकता है।
खाना खाते हुए सुईचि को प्लेट पर बने स्पाइरल्स दिखते हैं, जिन्हें देख वह डर जाता है। ये प्लेट्स किरी के फादर यासुओ ने बनाई थीं। यासुओ सुईचि से कहता है, “तुम भी स्पाइरल्स देख सकते हो, ना? तुम्हारे पिता ने मुझे बताया था कि असली कला क्या होती है। उन्होंने कहा था कि मैं अपने बर्तनों में स्पाइरल्स बनाऊं।” यह सुनकर सुईचि की आंखें खुल जाती हैं, और यासुओ अब यही कर रहा था।
खाने के बाद किरी की मां कहती हैं, “बेचारा सुईचि ठीक से खा भी नहीं पाया।” मित्सुओ किरी को बताता है कि उनके फादर अब अजीबोगरीब बर्तन बनाने लगे हैं। किरी उनके कमरे में जाकर देखती है, जहां ढेर सारे स्पाइरल शेप के बर्तन पड़े हुए थे, और उनमें इंसानों के चेहरे भी दिखते थे। दो चेहरे तो बिल्कुल सुईचि के मां-बाप जैसे लग रहे थे। यासुओ अब भट्टी के सामने बैठा था, जिसमें वह अपने बर्तन पकाने के लिए डालता है।
भट्टी के अंदर से किसी के रोने की आवाजें आ रही थीं, मानो जितने भी लोगों के स्पाइरल्स तालाब में जाकर मिले थे, उनकी आत्माएं यासुओ के बर्तनों में आ गई हों, जो अब भट्टी के अंदर जल रही थीं। सुईचि यहां आकर कहता है कि उसे भट्टी के अंदर देखना है; कोई तो है जो उसे भट्टी के अंदर से पुकार रहा है। यासुओ सुईचि को वहां से चले जाने को कहता है, मगर भट्टी के अंदर से सुईचि को अपने मां-बाप की आवाजें सुनाई देने लगती हैं। सुईचि अब एक ईंट उठाकर भट्टी का मुंह तोड़ देता है, जिससे उसके अंदर की सारी आत्माएं बाहर निकल जाती हैं।
यासुओ और सुईचि तुरंत वहां से बाहर निकलते हैं, और भट्टी के साथ वह पूरा कमरा ही जल जाता है। कुछ दिन बाद उनके शहर में एक खतरनाक तूफान आता है, और लोगों को घर में रहने की सलाह दी जाती है क्योंकि बाहर जोरदार आंधी चल रही थी और मूसलाधार बारिश हो रही थी। यह तूफान आगे बढ़ने की बजाय इसी शहर पर आकर रुक जाता है, जो एक अजीब बात थी। न्यूज़ वालों को खंभे से चिपकी हुई केइको की लाश भी दिखाई देती है, जो एक महीने से खंभे से चिपकी हुई थी, और किसी ने उस पर ध्यान नहीं दिया था।
तूफान किरी के घर के ऊपर आकर रुक जाता है, और किरी को ऐसा लगता है जैसे कोई उसका नाम पुकार रहा है। यह आवाज मित्सुओ को भी सुनाई देती है, और वह कहता है कि यह तूफान की “आंख” है जो किरी को बुला रही है। किरी को इस बात पर यकीन नहीं होता, तभी सुईचि वहां आ जाता है और किरी को लेकर भागने लगता है। तभी एक पेड़ टूटकर उनकी तरफ आता है, पर वे उससे बच जाते हैं। सुईचि कहता है कि तूफान किरी के पीछे पड़ा हुआ है; अगर वह घर में रहती, तो उसकी पूरी फैमिली मारी जाती। यह तूफान किरी से “प्यार” कर बैठा है, इसीलिए उसका नाम पुकार रहा है।तूफान आसपास के घरों को तबाह कर देता है, जिससे किरी मलबे में फंस जाती है। तभी एक लड़की किरी को बाहर निकालने में मदद करने आती है, लेकिन तूफान उसे किरी समझकर अपने अंदर खींच लेता है। बाद में उसे नीचे फेंक देता है, जिससे उसकी मौत हो जाती है। तूफान से बचने के लिए यह लोग एक पुल के नीचे आकर खड़े होते हैं। अगर तूफान इसी तरह चलता रहा, तो उनके पूरे टाउन का सफाया हो जाएगा। तभी तूफान इन्हें देख लेता है, और यह लोग एक गटर में उतरने की कोशिश करते हैं। लेकिन गटर के पानी में एक बवंडर बन जाता है, जिससे यह दोनों खिंचकर तूफान की तरफ जाने लगते हैं। ड्रैगनफ्लाई तालाब के ऊपर आते ही पूरा तूफान तालाब में समा जाता है, और सुईचि और किरी को बाहर निकाल लिया जाता है।
तभी दरवाजे पर उनका पुराना पड़ोसी बाबा काशी आता है। उसका भी घर तूफान में टूट गया था, तो वह भी इसी मोहल्ले में रहने आया है। बाबा काशी बताता है कि उनके पड़ोस में एक बूढ़ी मां और उसका बेटा रहते हैं। उनके शरीर पर किसी तरह की बीमारी है, जिससे वे थोड़े डरावने लगते हैं, और ये आवाजें भी उन्हीं की हैं। इसीलिए लोगों को लगता है कि यहां कोई मॉन्स्टर रहता होगा, पर ऐसा कुछ नहीं है।
आधी रात को इन्हें फिर से किसी के रोने की आवाज आती है, लेकिन इस बार यह आवाज किसी औरत की थी। किरी को लगता है कि बूढ़ी अम्मा को मदद चाहिए होगी। वह उनके पास जाती है, तो अम्मा कहती है कि “मेरा बेटा मर गया,” और उसके हाथ पर बीमारी की वजह से उगे हुए कांटे भी दिखते हैं। किरी अंदर जाकर उसके बेटे की लाश देखती है और डर जाती है। अगली सुबह एंबुलेंस लाश को ले जाती है, और अम्मा को भी अस्पताल ले जाया जाता है। बाबा काशी किरी से पूछता है कि उसकी लाश कैसी दिख रही थी। इस पर किरी कहती है कि वह इस बारे में बात नहीं करना चाहती। बाबा काशी कहता है कि उसने उसके घर में झांका था। जहां उसका बेटा सोता था, वहां ढेर सारी छड़ें पड़ी हुई थीं। किरी वापस अपने घर में आ जाती है, लेकिन बाबा काशी अब भी घर के छेद से उसे घूरता रहता है क्योंकि वह किरी के प्रति जुनूनी हो चुका है। तभी वह नोटिस करता है कि बूढ़ी अम्मा की बीमारी अब उस पर भी फैलने लगी है, और उसके शरीर पर भी कांटे उगने लगे हैं।
बाहर तेज बारिश हो रही थी, और तभी मित्सुओ देखता है कि उनकी दीवार पर कांटे उग रहे हैं। यह बाबा काशी था, जिसके पूरे शरीर पर बहुत सारे कांटे निकल आए थे, और अब वह एक मॉन्स्टर जैसा लग रहा था। वह पास में पड़ा एक चूहा उठाकर खा लेता है और फिर किरी की ओर बढ़ने लगता है। किरी दरवाजा खोलकर घर के बाहर आती है, जहां तेज आंधी चल रही थी। तभी एक खंभा उड़ते हुए आता है और बाबा काशी के सिर में धंसकर उसे अपने साथ उड़ा ले जाता है।इसके बाद इन्हें जंगल से एक उछलती हुई लाश दिखाई देती है। यह वही लड़के यागमुची की लाश थी, जो कार के नीचे आकर मर गया था। वह अब एक जैक-इन-द-बॉक्स की तरह उछल रहा था, क्योंकि उसके शरीर में एक स्प्रिंग लगा हुआ था। इस स्प्रिंग का संबंध कार के सस्पेंशन से था, जिसे किसी ने उसके शरीर से निकाला ही नहीं, और उसकी लाश उछलते हुए यहां तक पहुंच गई थी।
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